जबलपुर। संभाग के सबसे बड़े सेठ गोविंददास जिला अस्पताल विक्टोरिया प्रबंधन की शर्मशार कर देने वाली बड़ी लापरवाही सामने आई है। विक्टोरिया अस्पताल परिसर में इलाज के लिए तीन माह से तरस रहे बैंच पर पड़े मरीज की बुधवार को कड़कड़ाती ठंड से मौत हो गई।
दरअसल, बुजुर्ग दिलीप सोनी संभाग के सबसे बड़े जिला अस्पताल विक्टोरिया में बीमार होने के चलते इलाज कराने तीन माह पूर्व आए थे। मरीज को देखकर इलाज न देते हुए टाल दिया करते और यहां वहां जाने के लिए कहते रहे। कई बार मरीज डॉक्टरों से विनती करता रहा लेकिन किसी ने मरीज की बात एक न सुनी। इलाज की प्रतिक्षा में दिलीप सोनी ने विक्टोरिया अस्पताल के आईसीयू वार्ड के सामने जाकर यह सोचकर बैठ गया कि कोई तो डॉक्टर उसे इलाज के कभी तो बुलाएगा, लेकिन लापरवाह अस्पताल प्रबंधन के अधिकारी ऑर डॉक्टर रोजाना वहां से आना जाना करते लेकिन मरीज की सुनने वाला कोई न था। तीन माह से इलाज की भीख मांग रहा मरीज दिलीप सोनी बैंच पर तड़प रहा था और आईसीयू के बाहर लगी बैंच पर बुधवार को बीमारी ओर ठंड की वजह से दम तोड़ दिया।
गरीब नवाज कमेटी के इनायत अली के अनुसार उन्होंने बताया कि उन्हें वृद्ध ने अपनी मौत के एक दिन पूर्व बताया था जिसका उन्होंने वीडियो भी बनाया कि वह उपचार के लिए तीन माह से डॉक्टर और नर्स के पास जाकर इलाज व दवा देने की भीख मांगते रहे, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी और बिना इलाज के उनकी मृत्यु अस्पताल परिसर के भीतर हो गई।
मंगलवार को आई.सी.यू के बाहर बैंच पर अचानक परिसर में टहल रहे व्यक्ति की नजर पड़ी तो देखा तो वह मृत अवस्था में मरीज पड़ा हुआ था, जिसकी सूचना गरीब नवाज कमेटी के सदस्यों को दी गई. जिसके बाद कमेटी ने मरीज के परिजन की तलाश कर परिजन के साथ मिलकर रानीताल शमशान घाट ले जाकर मृत मरीज का अंतिम संस्कार किया गया।
यह सभी जानकारी गरीब नवाज़ कमेटी के द्वारा दी गई है।