बड़ी खबर: व्यायाम भी उतना करें, जितना आपका शरीर सहन कर सकता है, वरना हो सकता है आपकी सेहत को भारी नुकसान, जानिए ऐसी जानकारी आखिर किसने दी

 



हमारा इण्डिया न्यूज हर पल हर खबर मध्यप्रदेश जबलपुर। व्यायाम करना अति आवश्यक है, लेकिन आपका शरीर जितने व्यायाम को सहन करने की शक्ति रखता हो, उतना ही व्यायाम करें, अगर आप अपने शरीर की सहन शक्ति से ज्यादा व्यायाम करते हैं तो वह सेहत पर भारी पड़ सकता है, इस आशय की जानकारी शहर में पहली बार आयोजित हुई दो दिवसीय कार्डियोलॉजी कांफ्रें स के दौरान हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ पुष्पराज पटेल ने दी। वहीं उन्होंने बताया कि ओल्ड एज वाले ऐसे मरीज जिन्हें ब्लड प्रेशर व शुगर की बीमारी है, उन्हें खून पतला करने वाली दवा का जरूर सेवन करना चाहिए, जिससे उन्हें हार्ट अटैक से बचाया जा सकता है।
इसके अलावा आईएमए हॉल रानीताल में आयोजित हुई कार्डियोलॉजी कांफ्रें स में प्रदेश के विभिन्न जिलो से आए हृदय रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों ने बताया कि कोरोना काल के बाद हर उम्र में हार्ट अटैक के केश बढ़ते नजर आ रहे हैं, इसके लिए जरूरत है खान, पान पर ध्यान रखने सहित नियमित व्यायाम की, जिससे हार्ट अटैक की बीमारी से सभी को बचाया जा सकता है।





इन बिन्दुओं पर विशेषज्ञों की हुई चर्चा, दी जरूर जानकारियां:-

:- हार्ट फेलियर के उपरांत मरीज को नवीनतम पद्धति से उपचार देने की तकनीकी पर चर्चा।
:- हार्ट टीम बनाकर मरीज के बेहतर उपचार का निष्कर्ष निकालकर उपचार देना।
:- हार्ट अटैक के मरीज को खान, पान का विशेष ध्यान रखते हुए समय-समय विशेषज्ञ चिकित्सक से आवश्यक परामर्श की सलाह दी गई है।
:- हार्ट के मरीज को बिना विशेषज्ञ चिकित्सक के किसी भी दवाईयों के सेवन न करने व बिना डॉक्टरी सलाह के दवाईयों के बंद न करने की सलाह दी गई।
:- हार्ट के मरीज को कितना व्यायाम करना है और किस तरह का काम करना है आदि की जानकारियां प्रदान की गई।
:- हार्ट अटैक  के मरीज को विभिन्न पद्धति की माध्यम से होने वाले उपचार के संबंध में विशेषज्ञों के बीच में चर्चा हुई।

सीपीआर सीखना है आवश्यक:-
कांफ्रेंस के दौरान हृदय रोग विशेषज्ञों ने बताया कि हार्ट अटैक आने पर प्राथमिक स्थित पर पीडि़त को सीपीआर पद्धति से कैसे उपचार देना है, इस विषय पर सभी को अवगत कराया गया, इसके लिए विशेषज्ञों ने कहा कि सीपीआर विधि वर्तमान समय को देखते हुए हर वर्ग को आनी चाहिए, इसके लिए हर संस्थान, हर प्रतिष्ठान, हर स्कूल-कॉलेज व हर दफ्तरों सहित अन्य तमाम लोगों को सीपीआर देने की विधि के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण देने का कार्य किया जाना चाहिए। इसके अलावा हार्ट अटैक आने पर सबसे पहले पीडि़त को कहां ले जाना है और क्या प्राथमिक उपचार देना इस संबंध की भी आवश्यक जानकारी प्रदान की।




ईसीजी व ईको दवा विधि की दी गई जानकारी:-
कॉन्फ्रेंस के ऑर्गेनाइजिंग चेयरमैन हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ पुष्पराज पटेल ने बताया  कि हार्ट रिसर्च एसोसिएशन की दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन हुआ। यह कार्यक्रम आईएमए और जोग्स, एमएजीपी, वुमन विंग के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। जिसमें हृदय रोग की प्रारंभिक जांच ईसीजी और ईको दवा विधि से हृदय घात का इलाज, ऑपरेशन एवं खान.पान में सुधार, सभी पहलुओं पर विशेषज्ञों द्वारा नवीनतम जानकारी साझा की गई।

इस विषय पर भी दी गई जानकारियां:-

इस अवसर पर डॉ वी के मेहता, डॉ राकेश सिंह ने हृदय रोग के रिसर्च शोध पर जानकारी दी गई। प्रसूति पर कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर कावेरी शा पटेल एवं डॉक्टर अनुमिति जैन द्वारा जरूरी जानकारियां प्रदान की गई। इस अवसर पर प्रथम दिन डॉ  पुष्पराज पटेल, डॉ दिलीप, डॉक्टर राकेश सिंह ने हृदय की प्रारंभिक जानकारियां दी।

साझा की जानकारी:-
द्वितीय दिवस पर डॉ अनिरुद्ध व्यास, डॉ वी डी त्रिपाठी, डॉ विकास मिश्रा, डॉ निवेश गुप्ता, डॉ सुशील सोनी, डॉ सुदीप चौधरी, डॉ अमित, डॉ अभिषेक साहित्य ने हृदय घात के उपचार व पद्धतियों पर अपने विचार व्यक्त किए। डॉ संजय मिश्रा, डॉ मनीष मिश्रा, डॉ अविजित विश्नोई, डॉ आर एस शर्मा, डॉ आदित्य, डॉ नीरज जैन, डॉ अनिमेश संजय जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। जूनियर डॉ प्रगति वर्मा, डॉ मनीषा, डॉ शोभा ने अपने शोध पोस्टर के माध्यम से साझा किया।




इनकी रही मौजूदगी:-
डॉ शिवानी, डॉ रोहन, मोनिका, कशिश, अंकित आदि ने हृदय रोग के प्रश्नोत्तरी में भाग लिया। इस अवसर पर शहर के विभिन्न चिकित्सक डॉ सुभाष राज, डॉ राजेश उईके, डॉ भाविक धीरावणी, डॉ मनोज मुराली, डॉ राजकुमार जैन, डॉ विनय ओझा, डॉ साई किरण, डॉ रानी मीना उपस्थित रहे।



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