ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ बढ़ते ही अवैध वसूली शुरू हो गई है। कई फर्जी टीटीई और पुलिस वाले बनकर इसे अंजाम दे रहे हैं। मंगलवार को हजरत निजामुद्दीन से जबलपुर आ रही गोंडवाना एक्सप्रेस में एक फर्जी टीटीई यात्रियों से वसूली करते पड़ा गया। ट्रेन कटनी से जबलपुर आ रही थी, तभी ट्रेन में टिकट चेक कर रहे डिप्टी सीटीआइ संजय कुमार और उनके सहयोगी बीपी राय, राजेश कुमार को पता चला कि एक संदिग्ध युवक यात्रियों की टिकट चेक कर उनसे वसूली कर रहा है। डिप्टी सीटीआइ ने तत्काल इसकी जानकारी आरपीएफ को दी और फिर ट्रेन में उनकी तलाश शुरू की।
टीटीई की यूनिफार्म हुए था
तभी ट्रेन के स्लीपर कोच में जांच दल ने फर्जी टीटीई को पकड़ा, जो टीटीई की यूनिफार्म सफेद शर्ट और काला पेंट पहले हुए था। इस दौरान उसे ट्रेन से उतारा गया और फिर आरपीएफ ने उससे पूछताछ की। पहले तो वह गलत जानकारी देता रहा और खुद को कटनी निवासी व रेलवे में टीटीई होना बताया।
परिचय पत्र मांगा तो इंकार कर दिया
जांच दल को उसने बताया कि वह कटनी में ही पदस्थ है। इस पर जब उससे उसका परिचय पत्र मांगा गया तो उसने देने से इंकार कर दिया। जांच दल ने उससे कड़ाई से पूछताछ की तो पता चला कि उसका नाम प्रशांत श्रीवास्तव है और वह गाडरवारा निवासी है। वह फर्जी टीटीई बनकर यात्रियों से वसूली करता है। इस पर आरपीएफ ने उस पर मामला दर्ज कर जीआरपी के हवाले कर दिया।