हमारा इंडिया न्यूज (हर पल हर खबर) मध्यप्रदेश/जबलपुर।बारिश का मौसम शुरू होते ही संक्रामक बीमारियों का दौर शुरू हो जाता है, इन दिनों शहर के अलावा प्रदेश के अन्य जिलों तेजी के साथ आंखों में होने वाला संक्रमण फैल रहा है, जिसकी दहशत सभी में बनी हुई है, जिसको एडीनो वायरस कंजेक्टिवाइटिस कहा जा रहा है, जिससे रोजाना चिकित्सकों के पास अधिक संख्या में एडीनो वायरस कंजेक्टिवाइटिस के मामले सामने आ रहे हैं, जिसको लेकर विशेषज्ञ चिकित्सकों के द्वारा इस वायरस से सतर्क व सावधान रहने की सलाह दी जा रही है।
हमारा इंडिया न्यूज पोर्टल ने बीमारी के प्रकोप से नागरिकों को बचाने के लिए नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ मुदित अग्रवाल से खास चर्चा की, जिसमें उन्होंने बताया कि वायरल संक्रमण की वजह से बच्चों में ज्यादा और बड़ों में भी कंजेक्टिवाइटिस के होने के मामले देखे जा रहे हैं, इसकी वजह एडिनो वायरस कंजेक्टिवाइटिस का संक्रमण है। जिससे ठीक होने में लगभग एक सप्ताह या उससे अधिक का भी समय लग रहा है, वहीं विशेषज्ञ का यह भी कहना है कि कंजेक्टिवाइटिस के मामले औसत से ज्यादा जरूर बढ़ रहे हैं, लेकिन यह कोई महामारी की तरह नहीं है, बस इस संक्रमण से सभी को सावधान रहने की जरूरत है।
एडीनो वायरस के इस तरह के दिखाई दे रहें हैं लक्षण
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डॉक्टर ने बताया कि कंजक्टिवाइटिस आंखों का एक संक्रमण है। जिसे आमतौर पर पिंक आई के नाम से भी जाना जाता है। यह वायरस जनित संक्रामक रोग है। प्रमुख रूप से आंखों का लाल होना, जलन, खुजली और आंख से लगातार आंसू निकलना, साफ या पीला स्राव बहना, पलकें आपस में चिपक जाना, पलक में सूजन होना आदि एडीनो वायरस के प्रमुख लक्षण हैं।
सभी को है यह सावधानियां बरतने की है जरूरत, जरूर इस बात का रखें ध्यान
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:- संक्रमण वाले मरीज खुद को आइसोलेट कर लें।
:- संक्रमित व्यक्ति को भीड़-भाड़ वाले स्थान में नहीं जाना चाहिए।
:- संक्रमित व्यक्ति अपने तोलिए, साबुन, बिस्तर सहित अन्य ऐसे उपयोग की वस्तु को अलग से उपयोग करें, जिससे संक्रमण दूसरे तक न पहुंच सके।
:- संक्रमित व्यक्ति को बार-बार आंख में हाथ नहीं लगाना चाहिए यदि आंख में हाथ बार-बार लगाया जाता है तो बार-बार हाथ को साबुन से धोना चाहिए या फिर सेनेटाईज करना चाहिए।
:- संक्रमित बच्चे और बड़े सभी को काला चश्मा पहनना चाहिए।
:- संक्रमित व्यक्ति के परिवार में अन्य किसी भी यह संक्रमण हुआ है तो वह अपना आई ड्राप-दूसरे परिवार के सदस्य को उपयोग करने न दें।
:- लक्षण दिखाई पड़ते ही तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें।
विशेषज्ञ चिकित्सक की आवश्यक सलाह
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नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ मुदित अग्रवाल के अनुसार सामान्य रूप से कंजक्टिवाइटिस के ठीक होने एक से छह सप्ताह का वक्त लगता है। आमतौर पर यह अपने आप ठीक हो जाता है, लेकिन इसके लिए संक्रमित व्यक्ति को कुछ बातों का विशेष ख्याल रखना चाहिए। जिसमें अपनी आंखों को छूने या पोंछने से परहेज करने के अलावा हाथ धोने के बाद ही किसी दूसरे व्यक्ति या वस्तु को छुएं, तभी इस संक्रमण को दूसरे तक पहुंचने से रोका जा सकेगा, लेकिन संक्रमण से पीडि़त व्यक्ति को कोशिश यह करना चाहिए कि वह विशेषज्ञ चिकित्सक का आवश्यक परामर्श जरूर ले और बिना चिकित्सकीय परामर्श के किसी भी प्रकार का आंखों में कोई प्रयोग न करें।
इस प्रकार की गतिविधियों से फैल रहा संक्रमण
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डॉ श्री अग्रवाल के अनुसार आंखों से निकलने वाला आंसू से संक्रमण होता है। वहीं किसी संक्रमित व्यक्ति की आंखों से निकलने वाले आंसुओं के संपर्क में आने और फि र अपनी आंखों को छूने से लोगों में संक्रमण होने की आशंका काफ ी बढ़ जाती है। इसके अलावा सर्दी व खांसी के दौरान छींकने से भी संक्रमण फैल सकता है। इसलिए इन सभी गतिविधियों से बचना चाहिए और कोशिश करना चाहिए कि संक्रमित व्यक्ति खुद को आईसोलेट कर ले, ताकि यह संक्रमण किसी दूसरे तक न पहुंचे।
मिक्स इंफेक्शन का भी है खतरा, सामने आ रहे मरीज
डॉ मुदित अग्रवाल ने बताया कि एडीनो वायरस के साथ-साथ मिक्स इंफेक्शन के भी मरीज बैक्टीरियल कंजक्टिवाइटिस से पीडि़त होकर सामने आ रहे हैं। इसलिए इन दिनों दो तरह से आंखों का संक्रमण शहर के अलावा अन्य जिलों में फैला हुआ, जिससे सभी को सावधान रहने की जरूरत है। वहीं अग्रवाल नेत्र चिकित्सालय महानद्दा में जरूरतमंदों को नि:शुल्क परामर्श देने के साथ-साथ समय-समय पर नेत्र रोग के शिविर भी डॉ मुदित अग्रवाल के द्वारा लगवाए जाते हैं, ताकि जरूरतमंद अपनी आंखों का विशेष ध्यान रख सकें।