जबलपुर के सबसे बड़े दशहरा में जनाकषर्ण का केंद्र होंगी जीवंत झांकियां, पढ़िए यह खबर

हमारा इंडिया न्यूज़ (हर पल हर खबर) जबलपुर। शहर के ऐतिहासिक मुख्य दशहरा चल समारोह की अगुवाई करने वाली 158 साल पुरानी श्री गोविंदगंज रामलीला समिति धर्मप्राण जनता के बीच जीवंत झांकियों के माध्यम से समाज को संदेश भी देती है, और दशहरा चलसमारोह को भव्यता भी प्रदान करती है। हर बार की तरह इस बार भी रामलीला जुलूस की झांकियों में धर्म-राजनीति-समाज सबका चित्रण रहेगा। इस बार कई झांकियां लोगों के आकर्षण और मनोरंजन का केन्द्र रहेंगी।

 

डेढ़ दर्जन से अधिक झांकियां-

गोविंदगंज रामलीला समिति के अध्यक्ष अनिल तिवारी ने बताया कि समिति द्वारा जी-तोड़ मेहनत के बाद तैयार की जाने वाली विभिन्न झांकियों को जनता के बीच आकर्षण का केंद्र बनाने तरह-तरह के जतन किए जाते हैं। इस बार चलित झांकी में परमाणु युद्ध की आहट, श्रीकृष्ण द्वारा गीतोपदेश, लक्छ्मण शक्ति, शिव तांडव, महंगाई डायन, नरसिंह अवतार,शेष शैया, विश्वनाथ कॉरिडोर, गणेश करकासुर युद्ध, रावण कुम्भकरण मेघनाद के विशालकाय पुतले और राम रावण युद्ध सहित कई सजीव झांकियां जनाकषर्ण का केंन्द्र रहेंगी।


दशानन वध से होगा समापन-

 मुख्य चल समारोह के समापन पर अहंकार के दशानन का वध भगवान श्रीराम के द्वारा होगा। चल समारोह सायं 4 बजे छोटा फुहारा से प्रारंभ होकर गुड़हाई, सराफा, कमानिया, फुहारा, लार्डगंज, सुपर बाजार, बस स्टैंड होतर हुये नवभारत से यू टर्न लेकर मुख्य चल समारोह में शामिल होगा। निर्धारित मार्गों से होता जुआ जुलूस हनुमानताल का चक्कर लगाते हुए छोटा फुहारा पहुंचेगा, जहां रावण दहन कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसके बाद रामलीला में लीला का मंचन होगा।


कुंभकरण ने फोड़ी मटकी-

इससे पूर्व रामलीला मंच पर मंगलवार को कुंभकरण-मेघनाद वध और सुलोचना सती की लीला हुई। मंच पर कुंभकरण बने अमरनाथ रिछारिया ने गजब का शौर्य प्रदर्शन किया। मंच पर उन्होंने सैकड़ों कुंभ-पात्र फोड़े। वहीं मेघनाद बने पवन तिवारी ने भी जीवंत अभिनय किया। राम के रूप में ओम दुबे लक्ष्मण के रूप में मानस पांडे, हनुमान के रूप में पलाश पाठक और रावण के8 भूमिका में पवन पांडे छाए रहे।


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