इन पर नहीं आती किसी को रहम, क्या यह इंसान नहीं, आप ही सुनिए इनकी व्यथा


हमारा इंडिया न्यूज (हर पल हर खबर) मध्यप्रदेश/जबलपुर।नागरिकों को सड़क मार्ग से गुजरने में किसी भी प्रकार से कोई तकलीफ न हो इसके लिए अंतिम पंक्ति के व्यक्ति का सबसे महत्वपूर्ण योगदान आप व हम सभी सड़क मार्ग से गुजरते वक्त अक्सर देखते हैं कि वह आखिर किस तरह से हमारे व आपके लिए बेहतर आवागमन के लिए डामल वाली सड़कों को बेहतर बनाने का कार्य करते हैं, तब जा कर आप व हम सभी सड़क मार्ग से बेहतर आवागमन कर पाते हैं, लेकिन ऐसे मजदूरों से जिस तरह से बिना किसी सुरक्षा के उपकरण जैसे की डामल डालते वक्त हाथों में ग्लब्स, दस्ताने, पैरों में फुल लोंग बूट वाले जूते जो उन्हें डामल व कैमीकल से बचा सकें, वह ऐसे मजदूरों को नहीं दिए जाते हैं और बिना सुरिक्षत संसाधन के ही दिहाड़ी मजदूरी में संबंधित अधिकारी, विभाग, ठेकेदार आदि काम लेते हैं, जिससे ऐसे मजदूरों को कई तरह की असहनीय पीड़ा का सामना भी करना पड़ता है, जब वह गरम-गरम डामल को सड़क के निर्माण या फिर गड्ढ़ों को भरने का काम करते हैं, तब उनके हाथों में भी डामल चिपक जाते हैं, जिससे उन्हें कई तरह की परेशानियां उठानी पड़ती है, तो वहीं कई बार काम करते वक्त मजदूरों के डामल से जल जाने की भी घटनाएं सामने आती हैं, लेकिन ऐसी घटनाओं से न तो जिम्मेदार विभागों को कोई फर्क पड़ता है और ना ही जनप्रतिनिधयों, ठेकेदारों व अधिकारियों को, इसलिए दिहाड़ी मजदूरी में मजदूरों के अक्सर बिना सुरक्षा के संसाधन के काम करते हुए देखा जा सकता है, अब आप ऐसे ही एक मजदूर के साथ घटित हुई घटना व उसकी जुबानी और उसकी पीड़ा को भी सुनिए, जिसने हमारा इंडिया न्यूज पोर्टल की टीम से अपनी आप बीती बताई

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