प्रशासकीय अधिकारियों का “सब अच्छा है-सब अच्छा है” का रवैया अब नहीं चलेगा, पढ़िए यह खबर


 हमारा इंडिया न्यूज (हर पल हर खबर) मध्यप्रदेश | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रशासकीय अधिकारियों का “सब अच्छा है-सब अच्छा है” का रवैया नहीं चलेगा। मूलभूत सुविधाओं और जन-कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में जन-सामान्य की राय महत्वपूर्ण है। जिले के प्रभारी मंत्री, स्थानीय मंत्री, विधायक और जन-प्रतिनिधि प्रति माह जिले की सघन समीक्षा करें। हमें टीम मध्यप्रदेश के रूप में सभी के विकास और कल्याण के लिए कार्य करना है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवास कार्यालय से बालाघाट जिले की वर्चुअल समीक्षा के दौरान यह बात कही। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव तथा प्रमुख सचिव और बालाघाट जिले के अधिकारी वर्चुअली शामिल हुए। मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष श्री गौरीशंकर बिसेन बालाघाट से वर्चुअली जुड़े। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बालाघाट जिले में जल जीवन मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, खाद्यान्न वितरण, बिजली आपूर्ति और स्वनिधि योजना की समीक्षा कर सीएम राईज स्कूल की प्रगति की जानकारी भी ली।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मूलभूत सुविधाओं के प्रदाय और जन-कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में जनता की संतुष्टि का स्तर महत्वपूर्ण है। योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही विभिन्न समस्याओं का सटीक विश्लेषण कर समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन में आयी अनुचित राशि की माँग संबंधी शिकायतों और भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी-कर्मचारी की सेवाएँ समाप्त की जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के जन्म-दिवस 17 सितम्बर से सभी हितग्राहीमूलक योजनाओं में प्रत्येक पात्र व्यक्ति को लाभान्वित करने अभियान आरंभ किया जा रहा है। इसकी तैयारी तत्काल शुरू की जाए। अधिकारी मैदानी क्षेत्रों का दौरा करें और कार्यों की प्रगति एवं गुणवत्ता की निरंतर समीक्षा कर समय-सीमा में लक्ष्य पूर्ति सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्यों में जल और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। स्कूल और आँगनवाड़ियों में प्राथमिकता के आधार पर नल से जल उपलब्ध कराया जाए। बताया गया कि जिले में 3 लाख 74 हजार 160 परिवारों को जोड़ा जाना है, जिसमें 2 लाख 40 हजार परिवारों को जोड़ा जा चुका है। योजना में प्रतिमाह लगभग 4 हजार कनेक्शन दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने योजना की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि योजना के हितग्राहियों को सस्ती रेत उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। हितग्राही के खाते में किश्त डालने में विलंब को सहन नहीं किया जाएगा। आवास योजना के मासिक लक्ष्य तय हैं। मिशन मोड में कार्य कर सभी आवास जल्द से जल्द पूर्ण किए जाएँ। बताया गया कि आवास निर्माण को गति देने के लिए बालाघाट जिले में 160 स्व-सहायता समूहों को सेंट्रिंग कार्य से जोड़ा गया है। निर्धारित दर पर हितग्राहियों को रेत उपलब्ध कराई जा रही है। आवास प्लस में 20 हजार 40 के लक्ष्य के विरूद्ध 18 हजार 142 हितग्राहियों को स्वीकृति जारी की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिले के 10 सीएम राईज स्कूलों की स्थिति की समीक्षा कर सभी स्कूलों में स्व-सहायता समूहों के माध्यम से गणवेश तैयार एवं वितरण करने के निर्देश दिये। बताया गया कि सीएम राईज स्कूल के किसी भी शिक्षक की अन्य कार्यों में ड्यूटी नहीं लगाई जा रही है। जिले में अभियान चलाकर कक्षा एक, दो और तीन में अध्ययनरत 40 हजार बच्चों को जाति प्रमाण-पत्र जारी किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रोजगार दिवस के लिए जारी तैयारियों की जानकारी भी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बिजली आपूर्ति की स्थिति की भी समीक्षा की। बताया गया कि जिले में विस्तृत वन क्षेत्र और ट्रांसफार्मर में दूरी के कारण बिजली आपूर्ति में चुनौतियाँ आती हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस संबंध में जनता से संवाद विकसित कर सब स्टेशन बढ़ाने और नए ट्रांसफार्मर लगाने के कार्य को गति देने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनता की समस्याओं के सुविधाजनक समाधान के लिए विश्वास और उम्मीद के साथ लोक सेवा केन्द्र, शुरू किए गए हैं। इनका संवदेनशीलता के साथ संचालन सुनिश्चित किया जाए। समीक्षा में बालाघाट में रेलवे क्रासिंग से संबंधित समस्या के समाधान और ट्रेफिक समस्या के समाधान के लिए बायपास की आवश्यकता बताई गई।


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