जबलपुर में तेज बारिश के बीच नर्मदा नदी अपने पूरे वेग के साथ चलायमान हैं। ऐसे में नर्मदा तटों पर मां नर्मदा के विहंगम दृश्य को देखने लोग शहर के नर्मदा तटों और बरगी बांध का रुख कर रहे हैं। तीव्र वेग में बह रही नर्मदा का यह रूप वैसे तो काफी अदभुद होता है लेकिन इस चक्कर में सैलानी जमकर लापरवाही भी बरतने से बाज नहीं आते।
डूबते-डूबते बची कार
रविवार को तेज बारिश के बीच बरगी बांध के 17 गेट खोल दिए गए थे। सभी नर्मदा तटों पर अलर्ट जारी है। इसके बावजूद बरगी डेम के सामने वाले पुल पर पानी होते हुए भी एक जांबाज पर्यटक ने लापरवाही पूर्ण रवैया अपनाते हुए कार निकालने की कोशिश की। इस दौरान पुल के किनारे मौजूद लोगों की तब चीख निकल गई जब पुल पर कार बहने लगी। वो तो गनीमत रही कि कार पुल पर बने करीब दो फुट के पिलर में फंस गई।
बाल-बाल बचे कार सवार
जैसे ही कार बहते-बहते पुल के किनारे बने पिलर में फंस गई। वैसे ही कार चालक ने कार को मौके पर ही छोड़ा और किसी तरह बचते-बचाते किनारे पहुंचा। हालांकि सुबह पुलिस ने कार को सकुशल पुल से बाहर निकाल लिया है। लेकिन यदि कार चालक की किस्मत अच्छी न होती तो उसकी जान भी जा सकती थी।
भेड़ाघाट में भी हो रही लापरवाही
शहर के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल भेड़ाघाट में भी लापरवाही के ऐसे ही नजारे देखने को मिल रहे हैं। प्रशासन ने वैसे तो चेतावनी बोर्ड लगा रखा है और पुलिस को भी तैनात कर रखा है। लेकिन इतने सारे रास्ते होने की वजह से सेल्फीबाज लापरवाही करने से बाज नहीं आते। जबकि इस पर्यटन स्थल पर अभी कोई भी जोखिम जानलेवा साबित हो सकता है। यही हाल शहर के दूसरे नर्मदा तटों ग्वारीघाट और तिलवारा का भी है। जहां भेड़ाघाट जैसा विषम वातावरण तो नहीं है लेकिन किसी भी प्रकार की लापरवाही यहां भी भारी पड़ सकती है।