हमारा इंडिया न्यूज(हर पल हर खबर) मध्यप्रदेश/जबलपुर। मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के जिलाध्यक्ष रॉबर्ट मार्टिन ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्य से बताया कि प्रदेश के सहायक शिक्षक वेतन तो व्याख्याताओं का ले रहे हैं, पर पद का नाम सहायक शिक्षक है, जबकि ये सहायक शिक्षक 35 वर्षों से अपनी सेवाएं विभाग में देते आ रहे हैं, लेकिन उन्हें 35 वर्षों की सेवा के पश्चात किसी प्रकार की न तो पदोन्नति दी गयी, न ही उनके वेतन और योग्यता के अनुसार पदनाम दिया गया, यही वजह है कि सहायक शिक्षकों में रोष व्याप्त है।
संघ ने आगे बताया कि सहायक शिक्षक इतनी लम्बी सेवा विभाग में देने के बावजूद बिना पदोन्नति -पदनाम के सेवानिवृत्त हो रहे है ये सहायक शिक्षकों के साथ घोर अन्याय है, उनकी उपेक्षा है लम्बे समय से संध द्वारा सहायक शिक्षकों की पदनाम पदोन्नति की मांग की जा रही है, लेकिन शासन-प्रशासन और विभाग द्वारा किसी प्रकार से सुद्ध नहीं ली जा रही, जिससे सहायक शिक्षक परेशान, हैरान और हलाकान है कि इतने लम्बे अरसे बाद भी कोई पदोन्नति, पदनाम नहीं दिया गया योग्यता और वरिष्ठता रखने के बावजूद विभाग द्वारा ये उपेक्षा आखिर क्यों ?, संघ ने बताया कि शिक्षाविभाग में बहुमत रखने वाले सहायक शिक्षक स्नातक, स्नात्कोत्तर और प्रशिक्षित होने और वेतनमान के हिसाब से भी योग्यता रखने के बावजूद पदनाम पदोन्नति से वंचित हैं, यह शिक्षा विभाग के सहायक शिक्षकों का दुर्भाग्य है। दुर्भाग्य यह भी है कि कई बार सहायक शिक्षकों को पदनाम देने की घोषणाओं के बावजूद आज दिनांक तक उन्हे पदोन्नत होने का सौभाग्य प्राप्त नहीं हुआ।
इन्होंने की मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग
संघ के जिलाध्यक्ष रॉबर्ट मार्टिन, स्टेनली नॉबर्ट, दिलीप सिंह ठाकुर, हेमंत ठाकरे, राकेष श्रीवास, दिनेश गौंड़, रॉबर्ट फ्र ांसिस, आशाराम झारिया, गुडविन चाल्र्स, एनोज़ विक्टर, क्रिस्टोफ र नरोन्हा, सुनील झारिया, उमेश ठाकुर, मानसिंह आर्मो, संतोष चौरसिया, मनीष झारिया, योगेश ठाकरे, रऊफ खान, राजेश सहारिया, विनोद सिंह, सुनील स्टीफ न, अशोक परस्ते, समर सिंह ठाकरे, अनूप कुमार, गोपीशाह, गुडविन चाल्र्स, रामकुमार कतिया, अजय मिश्रा, वसुमुद्दीन, शरीफ अंसारी आदि ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि अतिशीघ्र वेतनमान और योग्यतानुसार सहायक शिक्षकों को पदोन्नति पदनाम दिया जाए।