हमारा इंडिया न्यूज (हर पल-हर खबर) मध्यप्रदेश/जबलपुर। देश-मध्य प्रदेश के प्रख्यात न्यूरोसजर्न व सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल मेडिकल कॉलेज के न्यूरो सजर्री विभाग के एचओडी डॉ. वायआर यादव को न्यूरो विशेषज्ञों की सबसे बडी संस्था न्यूरो लॉजिकल सोसायटी ऑफ इंडिया (एनएसआई) के अध्यक्ष पद की कमान सौंपी गई है।
बताया जाता है कि हाल ही में इसके लिए चुनाव आयोजित कराए गए थे, जिसमें उन्होंने मदुरै के न्यूरो सर्जन डॉ. मुथु कुमार को हराया। यादव एमपी-छत्तीसगढ़ के पहले न्यूरो सर्जन हैं, जिन्हें एनएसआई केअध्यक्ष के रूप में चुना गया है। उनके अध्यक्ष पद पर चुने जाने के बाद नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज से लेकर प्रदेशभर के न्यूरो विशेषज्ञों में हर्ष का महौल है। गौरतलब है कि डॉ. यादव ने मेडिकल कॉलेज में न्यूरो की व्याधियों से पीड़ित मरीजों के लिए अत्याधुनिक तकनीकों व मशीनों को लाने में अहम भूमिका निभाई है। साथ ही न्यूरो सजर्री विभाग को अपडेट कर पूरे महाकौशल से आने वाले मरीजों को बड़ी संख्या में उपचार किया है।
जबलपुर का राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाया मान, चिकित्सका सेवा के माध्यम से विदेश में भी हो रहा है नाम
डॉ वाई आर यादव को हाल ही में आयोजित चुनाव में न्यूरोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया एनएसआई के अध्यक्ष के रूप में चुना गया है। उन्होंने मदुर ैके न्यूरो सर्जन डॉ मुथु कुमार को हराया है, डॉ वाय आर यादव, मप्र-छत्तीसगढ के पहले न्यूरो सर्जन हैं, जिन्हें एनएसआई के अध्यक्ष के रूप में चुना गया है। एनएसआई न्यूरो सर्जन, न्यूरोफि जिशियन, न्यूरो रेडियोलॉजिस्ट, न्यूरो एनेस्थिसियोलॉजिस्ट और भारत के अन्य संबद्ध न्यूरो विशेषज्ञों का एक शीर्ष निकाय है, जिसकी स्थापना 1951 में हुई थी।
आमतौर पर एनएसआई के अध्यक्ष को उनक ी शैक्षणिक उपलब्धियों के कारण चुना जाता है। डॉ वाई आर यादव ने मेडिकल कॉलेज जबलपुर में न्यूरो एंडस्कोपी, न्यूरो इंटरवेंशन, एपिलेप्सी सर्जरी और कॉम्प्लेक्स स्पाइन आदि में उन्नत सुविधाओं के साथ न्यूरो सर्जरी विभाग की स्थापना की। डॉ वाई आर यादव नेताजी सुभाष चंद्र बॉस गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में डायरेक्टर के पद पर कार्यरत है। वे न्यूरो सर्जरी के प्रोफेसर भी हैं। गौरतलब है कि जब डॉ वाय आर यादव ने कार्यभार संभाला था उस समय जबलपुर मेडिकल कॉलेज में न्यूरो सर्जरी में न के बराबर काम होता था, उन्होंने अकेले दम पर न्यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट को स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का दर्जा दिलाया ,डॉ वाय आर यादव ने जबलपुर में न्यूरो सर्जरी के विकास के लिए प्रोफेसर वी के काक, प्रोफेसर वी के खोसला, प्रोफेसर एस एन मथुरिया, प्रोफेसर बी ऐस शर्मा के साथ मिलकर काम किया।
कई ट्रेनिंग कोर्सेज करवाए शुरू, कई रिसर्च पेपर्स भी हुए प्रकाशित
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वहीं डॉ वाय आर यादव न्यूरो इंडोस्कोपी, दूरबीन से दिमाग, स्पाइन के ऑपरेशन का हिंदुस्तान में ही नहीं बल्कि दुनिया में ट्रेनिंग के माध्यम से चलन बढ़ाया। उन्होंने अभी तक जबलपुर में न्यूरो इंडोस्कोपी के 20 ट्रेनिंग कोर्सेज थे, हिन्दुस्तान के अलग अलग शहरों में 32 ट्रेनिंग कोर्सेज शुरू करवाए। इसके अलावा इनके न्यूरो इंडोस्कोपी में 86 रिसर्च पेपर्स प्रकाशित हो चुके है। इन्होंने जबलपुर में हिंदुस्तान की पहली यूनिवर्सिटी प्रमाणित न्यूरो इंडोस्को पीफेलोशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम की शुरूआत की। आज दुनिया में डॉ वाय आर यादव की वजह से जबलपुर की न्यूरो इंडोस्कोपी का अपना नाम है, उनकी न्यूरो सर्जरी में दक्षता को देखते हुए डॉ वाय आर यादव को कई कॉन्फ्रेंस के साथ वर्कशॉप में उन्हें चेयरमैन के रूप में आमंत्रित किया गया। उन्होंने 158 रिसर्च पेपर्स प्रकाशित किये है, जिन्हें 8400 से ज्यादा बार साईटेशन मिल चुका है, डॉ वाय आर यादव ने मेडिकल की किताबों में 37 चैप्टर्स लिखे हैं, वे 250 से ज्यादा पेपर्स विभिन्न कॉन्फ्रेंस में पढ़ चुके हैं।